रिश्ते - Relationship ❤️ मरहम प्यार का ( किताब का कुछ हिस्सा )

 आज कल के रिश्ते बड़े कमजोर होते जा रहे है इसके पीछे का कारण क्या है - आज कल हम ऑनलाइन वीडियो की बाते सुन कर, दोस्तो से राय लेकर अपने रिश्ते का फैसला कर लेते है जबकि वो हमारे रिश्ते को जानते भी नहीं है, हमने साथ में कैसे बिताए है एक दूजे के लिए क्या किए या कितना महत्वपूर्ण है ये सिर्फ हम समझ सकते है, जो हमारे एहसास को जनता तक नही वो हमारे रिश्ते के बारे में सलाह कैसे दे सकता है और फिर हम उन्हीं की बाते सुन कर रिश्ते तक खत्म कर देते है । हम आपस में बैठ कर एक दूसरे को समझते तो सायद किसी रिश्ते के लिए ज्यादा अच्छा हो। 

जब रिश्ते एक नाजुक मोड़ पर पहुंच जाता है और जब रिश्ते में अनबन होने लगती है तो हम उस समय सिर्फ खराब पल खराब व्याहार याद आता है और सिर्फ गलत हम सोचते है जबकि गलत से ज्यादा बहुत अच्छे वक्त हम साथ में बिताए होते है लेकिन हम उसे याद ही नही करते और उस जिद में न खूबसूरत पल को याद करना चाहते है अगर उस वक्त हम साथ में अच्छे बताए हुए वक्त को याद करे और उसकी गहराई को समझते तो बहुत सारे रिश्ते को टूटने से बचाए जा सकते है। हम समझ ही नही पाते जो सामने वाला हम इतना अच्छा लगता था जिसके साथ हमने इतने समय तक रिश्ते निभाए वो अचानक से इतना खराब क्यूं लगने लगता है, क्या सिर्फ सामने वाले की गलती के कारण या हम अपनी जिद में कुछ समझना ही नही चाहते । आज कल के रिश्तों में लोग समझना नही तोड़ना पसंद करते है।

सभी के रिश्ते निभाने का अंदाज अलग अलग होता है,  सभी को जरूरी नही की आपकी हंसाने आता हो, लेकिन फिर भी वो आपको छोटी छोटी सरप्राइस देकर सिर्फ आपको खुशी देना चाहता है आपको स्पेशल फील कराना चाहता है, जब भी आपको उसकी जरूरत हो वो हमेशा आपके साथ होता है, आपके लिए इतना लॉयल की आपके अलावा किसी से कोई मतलब नही होता उसे क्या ये रिश्ते की खूबसूरती नही है लेकिन कोई इस खूबसूरत बातो को नही समझना चाहता। 

फिर भी वो आपसे हर बार माफी मांगता है बस इसलिए की वो आपको खोना नही चाहता लेकिन आप इतना जरूर सोचना की वो आपसे आपका साथ और वक्त के अलावा क्या मांगा, क्या कभी आपको धोखा दिया, कभी भी आपका फायदा उठाया नही ना, फिर भी आप कभी नही समझ पाए उस रिश्ते को जो आज आपके लिए मायने नही रखता ।

वो भी कभी आपकी तरह ही था, हंसता खेलता लेकिन उसने अपनी जिंदगी में बहुत कुछ खोकर टूट चुका था उसे तो आपकी जरूरत थी उन हादसे से बाहर निकालने की वो हर दिन खुद से लड़ रहा था अपने आप को बनाने में उसे तो आपके साथ की जरूरत थी लेकिन आपने तो उसे एक और हादसा दे दिया ।

ऐसे ही हम बिना समझें कई कीमती रिश्ते खो देते है क्योंकि एक वक्त के बाद हम सिर्फ जिद ने समझना ही नही चाहते कुछ भी ।

खैर आपको कैसा लगा, कहानी का ये हिस्सा जरूर बताइएगा।मेरी किताब मरहम प्यार का लगभग त्यार है और आप सब के प्यार से जल्द ही आप सभी के बीच आने वाली है ।

आपका बंटी सूर्यराज ।



Comments

  1. Kuch log kbhi bhi waqt par kuch nhi smjh pate aur kuch logo ko kbhi kbhi kisi rishto ka ehsas nhi hota, kuch logo ko khone ke bad smjh aa jata hai but kisi ko khone ka dar nhi hota. But tum kya ho ye main janti bhut achhe se janti hoo, you have pure heart.

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