भारत - विभिन्नताओं का देश, नार्थ ईस्ट पहाड़ो और जंगलो से घिरा खूबसूरत वादियों में ऐसे तो हर सुबह खास होता है लेकिन आज जब आंखे खुली तो कुछ और भी खास था ...शायद इसलिए भी क्यूंकि हिन्दू नव वर्ष का आगमन और वित्तीय नव वर्ष की शुरुवात हो रही थी, हाँ सही समझा आपने ये महीना था अप्रैल,और वर्ष था 2001...लेकिन ये दिन मेरे लिए कुछ और नया लाने वाला था l इस दिन से ठीक दो दिन पहले मैं पहली बार इस खूबसूरत जगह पर आया था, और ये कहानी शुरू होता यही से ...ये सिर्फ कहानी नहीं एक अनमोल बंधन का सफर है, जो युही चलता रहेगा … सूरज की तेज़ किरणें.,हवाएं भी तेज़ था...बारिश का याद नहीं, लेकिन मौसम रंगीन था l किचेन में बैठ कर दीदी से बाते कर रहा था,मेरी मौसी की लड़की मेरे से थोड़ी बड़ी, दीदी कम दोस्त ज्यादा, इनसे भी दो दिन पहले ही मैं पहली बार मिला l उनसे बैठ कर कुछ बाते- कुछ जान पहचान बढ़ रही थी... तभी एक शोर दस्तक के साथ दरवाजे पर आ चुकी थी, दीदी दरवाजे तरफ बढ़ी, और मुझे किसी ने बताया की उनकी दोस्त आई है जो बिलकुल साथ वाले माकन में रहती है l आज पहली बार उस दोस्त से मिला, कभी सोचा नहीं था ये ज़िन्दगी की सबसे अनमोल ...